Monday, September 30, 2019

मेरी पहली रचना

❤️एकतरफा प्यार..  और इंतज़ार ❤️


   वेसे तो मुझे प्यार की कमी नहीं है ,
लेकिन एक तेरा प्यार पाने की सब्र भी नहीं है......

मेरी कोशिश पूरी है लेकिन इतनी हिम्मत नहीं है,
सबकुछ है मेरे पास लेकिन तु नहीं है...

किसी का वक़्त इतना अच्छा है कि वक़्त रोक लेना चाहता है,
और एक मैं जो इस वक़्त को रफ्तार देना चाहता हूं...

क्यूंकि शायद एक वक़्त के बाद ये दीवार मीट जाएगी,
जो आज मुझमे मिटाने की हिम्मत नहीं है..

एक ख्वाब में रोज देखता हूं कि तू मेरी हो चुकी है,
लेकिन असल में तू मेरी हुई नहीं है...

मैं चाहता हूं जीता रहूं इसी ख्वाब में,
हकीकत में जीने की मेरी चाहत भी नहीं है ❤

         ✍️ASHWINI

27 comments:

  1. बहुत खूब.
    लेखनी शुद्ध करने की आवश्यकता है.
    बाकि बहुत बढिया है. लगे रहो.

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    1. प्रयास करता रहूँगा....आपके सानिध्य में

      शुक्रिया 🙏

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  2. प्रिय अश्विनी -- ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है | माँ शारदे साहित्य जगत की ओर बढ़े आपके पहले कदम को यश के उच्च शिखर तक ले जाए मेरी यही दुआ है |आप अपने ब्लॉग पर ऐसा लिखें कि सबको आपके ब्लॉग पर आने की बार बार कामना हो | अपने आचार- विचार और विनम्र शिष्टाचार से सहयोगियों के मन में जगह बनायेंगे तो आपको लोकप्रिय होने से कोई रोक नहीं सकता | आपकी पहली रचना अच्छी है और एक युवा मन की भावनाओं को दर्शाती है | मेरे शुभकामनाएं आपके लिए |

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    1. मैं अच्छा लिखने का प्रयास करता रहूँगा

      आपका आभार रेणु जी 🙏

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  3. हार्दिक शुभकामनाएं और अभिनंदन

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  4. Good lines bro, keep it brother😘😘

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    1. दिल की गहराईयों से शुक्रिया जी 🙏

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  5. लिखते रहें। तू कर लें।

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  6. आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 06 अक्टूबर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. मेरी लिखी छोटी सी रचना को बड़ा मंच प्रदान करने के लिए आपका शुक्रिया यशोदा जी 🙏

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  7. पहली रचना बहुत सुंदर सार्थक बहुत अच्छा सृजन ।
    आप काव्य जगत में सदा ऊंचाइयों को छूओ।
    पहली ही रचना सांध्य दैनिक में पहुंचना शानदार उपलब्धि।
    बधाई।

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    1. जी हम तो अपने मन के भाव लिखने का प्रयास करते हैं ये तो सांध्य दैनिक का बडप्पन है जो मुझे मोका दिया है

      आपका आभार 🙏

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  8. बहुत सुंदर प्रस्तुति।हार्दिक शुभकामनाएं

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  9. सुंदर प्रस्तुति।

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  10. हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं संजय भास्कर हार्दिक स्वागत करता हूँ...!!
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें !!

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    1. शुक्रिया संजय जी .


      मैं भी अन्य ब्लॉग को पढ़ रहा हू धीरे धीरे सबसे मुलाकात होगी 🙏

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  11. मेरी कोशिश पूरी है लेकिन इतनी हिम्मत नहीं है,
    सबकुछ है मेरे पास लेकिन तु नहीं है...
    बहुत बढ़िया।

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  12. अश्विनी , ब्लॉग जगत में स्वागत है। रोमांस या रोमांटिक होना बुरा नहीं है ! पर उसी में डूबे रहना शायद परवाज के लिए बाधक हो सकता है। अपना दायरा बढ़ाओ ! लोगों को पढ़ो, अपने विचार खुल कर रखो।

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